अब मनगढ़ंत न्यूज़ काफी मात्रा में आने लगी हैं परंतु भारतीय सरकार से जुड़ी इनफार्मेशन ब्यूरो में जो भी जानकारी सामने आती है वह सभी पूरी तरह से सच होती हैं। वर्तमान में इंटरनेट पर खबर पढ़ने का चलन काफी ज्यादा बढ़ गया है, साथ ही खबर पढ़ने के लिए बहुत सारी वेबसाइट और एप्लीकेशन भी अब आ चुकी है।

बता दें कि PIB एक ऐसा इनफार्मेशन ब्यूरो है जिसमें जो इंफॉर्मेशन आती है वह अधिकतर इंडियन गवर्नमेंट से संबंधित होती है।
पीआईबी की जानकारी
PIB का गठन वर्ष: | 1919 |
विभाग: | पत्र सूचना कार्यालय |
मुख्यालय: | राष्ट्रीय मिडिया केंद्र, नई दिल्ली |
उत्तरदायी मंत्री: | राज्यवर्धन सिंह राठौड़ |
वेबसाइट: | www.pib.nic.in |
पीआईबी क्या है?
पीआईबी भारतीय सरकार की एक नोडल एजेंसी है जो सरकार की तमाम उपलब्धियों को, उनके कार्यक्रमों एवम नीतियों को तथा गवर्नमेंट के द्वारा लांच की जाने वाली सभी योजनाओं की जानकारी को अखबार के माध्यम से, प्रिंट के माध्यम से या फिर इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से प्रचार-प्रसार करने का काम करती है।
मुख्य तौर पर देखा जाए तो इंडियन मीडिया और इंडियन गवर्नमेंट के बीच संवाद स्थापित करने का काम पीआईबी करती है। अगर आप भारतीय सरकार की किसी भी योजना के बारे में या फिर किसी भी जानकारी के बारे में कुछ जानना चाहते हैं।
तो आप पीआईबी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर के उसके बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं अथवा पढ़ सकते हैं। हर साल तकरीबन 400 से भी ज्यादा विशेष लेख PIB तैयार करती है जिसे अलग-अलग वेबसाइट, अखबार और मैगजीन में छापा जाता है।
पीआईबी का उद्देश्य क्या है ?
सरकार द्वारा जितनी भी नीतियां & योजनाएं जारी की जाती हैं, उन सभी कार्यक्रमों की जानकारी सामान्य जनता तक पहुंचे यही प्रयास करना पीआईबी का मुख्य उद्देश्य है।
पीआईबी बजट सेरेमनी, स्वतंत्र दिवस के कार्यक्रम, गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम को सीधा लोगों तक पहुंचाता है। लोग किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान ना दें इसके लिए समय-समय पर पीआईबी के द्वारा Fact Cheak किया जाता है और गलत सूचना पाए जाने पर लोगों को सूचना के बारे में बताया जाता है।
पीआईबी का फुल फॉर्म क्या है?
हिंदी में पीआईबी का मतलब “पत्र सूचना कार्यालय” है, वही अंग्रेजी में इसका फुल फॉर्म “Press Information Bureau” होता है, जो कि सीधा भारतीय सरकार से संबंधित होती है। यह एक प्रमुख एजेंसी है जो इंडियन गवर्नमेंट के काम और उनकी योजनाओं को विभिन्न माध्यम से लोगों के सामने प्रस्तुत करती है।
PIB का काम क्या है ?
भारतीय सरकार की नीति और उनके द्वारा किए गए कार्यों को भारत में सभी घरों तक पहुंचाने के लिए तकरीबन छह अलग-अलग भाषाओं में और अलग-अलग वेबसाइट पर पीआईबी ऑफिस के ऑफिसर के द्वारा खबरों को प्रिंट किया जाता है, जिनमें मिजो, तेलुगु, बंगाली, कन्नड़, इंग्लिश और हिंदी जैसी लैंग्वेज शामिल है।
देश की मीडिया को इंफॉर्मेशन देने के साथ ही साथ प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो भारतीय सरकार के जितने भी मंत्रालय हैं उनको भी कवर करने का काम करती है।
गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के द्वारा जब कोई जानकारी या फिर स्कीम अथवा नीति लांच की जाती है तो न्यूज़पेपर, टीवी चैनल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की सहायता से उसे लोगों तक पहुंचाने का काम प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो ही करती है।
पीआईबी ऑफिस के सीनियर ऑफिसर इस बात की भी देखरेख और निगरानी करते हैं कि इंडिया में जितने भी न्यूज़ चैनल है वह कोई भी झूठी खबर अपने न्यूज़ चैनल पर ना दिखाएं अथवा अखबार वाले भी कोई झूठी खबर अपने अखबारों में ना छापे।
अगर कोई भी न्यूज़पेपर या फिर टीवी चैनल गलत खबर छपते हैं तो उनके खिलाफ कठोर और आवश्यक कार्रवाई करने का अधिकार प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो के पास अवेलेबल होता है।
पीआईबी की खबरों को कैसे पढ़ें?
- पीआईबी की खबरों को पढ़ने के लिए सबसे पहले आपको अपने स्मार्टफोन में या फिर किसी भी डिवाइस में किसी भी ब्राउज़र को ओपन करना है और उसके बाद आपको प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो की ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करना है।
- वेबसाइट पर पहुंचने के बाद आपको न्यूज़ पढ़ने के लिए अपने स्टेट और अपनी लैंग्वेज का सिलेक्शन करना है।
- इसके बाद आपको जिस भी प्रकार की न्यूज़ पढ़नी है उसे लिखना है और फिर सर्च बटन पर क्लिक करना है।
- इस प्रकार आप गवर्नमेंट की नीति और गवर्नमेंट के जितने भी प्रोग्राम है उनकी सभी इंफॉर्मेशन इस वेबसाइट से प्राप्त कर सकेंगे।
पीआईबी फैक्ट चेक क्या है?
- किसी भी खबर की सत्यता की जानकारी हासिल करने के लिए पीआईबी इसका यूज करती है। कई बार ऐसा होता है कि मीडिया के द्वारा कुछ गलत जानकारी जानबूझकर के या फिर गलती से छाप दी जाती है और लोग उसे पढ़ते हैं। ऐसी अवस्था में कई बार लोगों के बीच गलतफहमी पैदा हो जाती है।
- इसलिए पीआईबी उस खबर की सत्यता का पता लगाती है और फिर उस खबर की सच्चाई को अपने टि्वटर हैंडल की सहायता से सोशल मीडिया पर अपलोड कर देती है ताकि लोगों की उस खबर में कितनी सच्चाई है, इसकी जानकारी हासिल हो सके।
- हालांकि कई बार कुछ विद्वान लोगों ने पीआईबी की फैक्ट चेक के ऊपर भी सवाल उठाया है। उनका कहना है कि प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो ऑफिस के ऑफिसर अपनी मनमर्जी के हिसाब से प्रेस जारी करते हैं।
पीआईबी के फायदे क्या है?
- दैनिक तौर पर नए Graphics और Articles पीआईबी प्रकाशित करती है, जोकि इंडियन गवर्नमेंट के द्वारा बनाई गई नीति और योजना के ऊपर आधारित होती है, तथा यह भारत की सामान्य जनता के लिए बेहद लाभदायक साबित होती है।
- सरकार द्वारा वर्तमान में जितनी भी गतिविधियां संपन्न की जाती है उन्हें एकदम डिटेल मे प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो के द्वारा बताया जाता है।
- इमरजेंसी की अवस्था में गवर्नमेंट के द्वारा जो आर्थिक सहायता मिलती है उसका पेमेंट गेटवे भी पीआईबी की ऑफिशियल वेबसाइट से लिया जा सकता है।
- जब हमारे देश में किसी भी प्रकार की इमरजेंसी या फिर आपदा आती है, तो गवर्नमेंट के द्वारा आवश्यकता के अनुसार लोगों से Donation के लिए प्रार्थना की जाती है।
- उस डोनेशन की जानकारी लोग प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो की ऑफिशियल वेबसाइट पर देख सकते हैं और यह जान सकते हैं कि कितने पैसे गवर्नमेंट के डोनेशन में इकट्ठे हुए हैं।
- जैसे हाल ही में कोरोना वायरस के कारण गवर्नमेंट के द्वारा डोनेशन की डिमांड करने पर कई लोगों ने डोनेशन जमा किया था जिसकी जानकारी भी आप इसी वेबसाइट से प्राप्त कर सकते थे।
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