प्रतियोगी परीक्षा में कभी-कभी कुछ ऐसे सवाल आ जाते हैं, जो दिखने में तो काफी आसान होते हैं साथ ही उनका जवाब भी काफी आसान होता है परंतु हमने ऐसे सवालों के जवाब जानने का कभी प्रयास नहीं किया होता है। जैसे कि एक सवाल है राजस्थान के जिलों के बारे में।
प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर राजस्थान में कुल कितने जिले हैं यह भी पूछा जाता है और अधिकतर लोग इसका गलत जवाब ही देते हैं क्योंकि उन्हें राजस्थान के सभी जिलों की संख्या के बारे में पता ही नहीं है, तो आइए इस लेख में आपको राजस्थान में मौजूद सभी जिलों के नाम बताते हैं ताकि आपको भी यह जानकारी ज्ञात रहे कि राजस्थान में कुल कितने जिले मौजूद हैं।
दिल्ली में कितने जिले हैं और उनके नाम क्या है ?
राजस्थान में कुल कितने जिले हैं?
पहले राजस्थान में 33 जिले थे। लेकिन अब नए 19 जिले बनाए गए हैं। अब राजस्थान में कुल जिलों की संख्या 33 से बढ़कर 50 हो गए। इसी तरह नए 3 ओर संभाग बनाए गए हैं जिनके बाद संभाग की संख्या 7 से बढ़कर 10 हो गई है।
राजस्थान के 50 जिले के नाम
नीचे आपके समक्ष हमने राजस्थान के सभी जिलों के नाम प्रस्तुत किए हैं ताकि आपको यह इंफॉर्मेशन रहे कि राजस्थान में कुल कितने जिले हैं और उन सभी जिलों के नाम क्या है।
- अजमेर
- भीलवाड़ा
- नागौर
- टोंक
- बारन
- बूंदी
- झालावाड़ कोटा
- बाड़मेर
- जैसलमेर
- जालौर
- सिरोही
- पाली
- अलवर
- दौसा
- झुंझुनू
- सीकर
- बांसवाड़ा
- चित्तौड़गढ़
- डूंगरपुर
- प्रतापगढ़
- राजसमंद
- उदयपुर
- भरतपुर
- धौलपुर
- करौली
- सवाई
- माधोपुर
- बीकानेर
- चुरू
- हनुमानगढ़
- श्री गंगानगर
- अनूपपुर
- जोधपुर ग्रामीण
- जोधपुर
- फलोदी
- बालोतरा
- साचौर
- सलूंबर
- डीडवाना-कुचामव
- जयपुर ग्रामीण
- जयपुर
- कोटपुतली-बहरोड़
- दूदू
- ब्यावर
- केकड़ी
- शाहपुरा
- नीम का थाना
- खैरथल–तिजारा
- डीग
- गंगापुर
राजस्थान में कितने संभाग हैं?
प्रशासन के अनुसार राजस्थान को अलग-अलग संभागों में विभाजित किया गया है। भारत के दूसरे राज्यों में संभाग को प्रमंडल कहते हैं या फिर मंडल कहते हैं। अगर राजस्थान के सबसे बड़े मंडल के बारे में बात करें तो उसका नाम जोधपुर है, वही सबसे छोटा मंडल भरतपुर है। नीचे आपके समक्ष राजस्थान के सभी 10 मंडल के अंतर्गत आने वाले जिलों के नाम प्रस्तुत किए गए हैं।
- जयपुर– जयपुर, जयपुर (ग्रामीण), दूदू, कोटपूतली-बहरोड, दौसा, खैरथल-तिजारा, अलवर
- अजमेर– अजमेर, ब्यावर, केकड़ी, टोंक, नागौर, डीडवाना- कुचामन, शाहपुरा
- भरतपुर– भरतपुर, धौलपुर, करौली, डीग, गंगापुरसिटी, सवाई माधोपुर
- जोधपुर– जोधपुर, जोधपुर (ग्रामीण) फलौदी, जैसलमेर, बाड़मेर, बालोतरा
- उदयपुर– उदयपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, राजसमंद,सलुम्बर
- सीकर– सीकर, झुन्झुनूं, नीम का थाना,चूरू
- बीकानेर– बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अनूपगढ़
- कोटा– कोटा, बून्दी, बारां, झालावाड़
- पाली– पाली, जालौर, सांचौर, सिरोही
- बांसवाड़ा– बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़
उत्तर प्रदेश में कितने जिले है
राजस्थान का सबसे बड़ा जिला
क्षेत्रफल की दृष्टि से देखा जाए तो राजस्थान में सर्वोच्च जिला जैसलमेर है। कहीं अगर जनसंख्या के नजरिए से देखा जाए तो राजस्थान राज्य में सबसे बड़ा जिला जयपुर माना जाता है।
राजस्थान का सबसे छोटा जिला
जनसंख्या के नजरिए से देखा जाए तो राजस्थान राज्य में सबसे छोटा जिला जैसलमेर जिला माना जाता है जो कि काफी रेतीला इलाका है। वही क्षेत्रफल के नजरिए से राजस्थान का धौलपुर जिला सबसे छोटा जिला माना जाता है।
राजस्थान राज्य का इतिहास
देश की आजादी के बाद साल 1948 से लेकर के 1956 के बीच कुल 7 चरणों में राजस्थान की स्थापना की गई थी और उसके बाद से हर साल 30 मार्च के दिन राजस्थान दिवस मनाया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 1950 में 30 मार्च के दिन ही ग्रेटर राजस्थान की स्थापना हुई थी और इसका अंतिम पूर्ण गठन साल 1956 में पूरा हुआ था
हमारे देश में सबसे अधिक ग्रेनाइट और मार्बल का पत्थर राजस्थान राज्य में ही पैदा होता है और वहां से ही पूरे इंडिया भर में ग्रेनाइट और मार्बल की सप्लाई की जाती है। इसके अलावा क्षेत्रफल के हिसाब से भी यह इंडिया का सबसे बड़ा राज्य माना जाता है। इसकी सीमा पाकिस्तान, गुजरात और उत्तर प्रदेश राज्यों से मिलती है। राजस्थान की राजधानी जयपुर है और जयपुर को पिंक सिटी भी कहा जाता है।
इसके अलावा उदयपुर शहर को सफेद शहर और जोधपुर को नीला शहर कहते हैं। राजस्थान में कुल 200 संख्या विधानसभा मेंबर की है और लोकसभा की टोटल 25 सीटें राजस्थान राज्य में आती है और तकरीबन 10 सीटें राज्यसभा की आती है। राजस्थान में राजपूत, जाट, गुर्जर जैसी जातियां काफी अधिक मात्रा में है। इसके अलावा ओबीसी और एससी एसटी समुदाय भी यहां काफी अधिक मात्रा में है।