मेडिकल के क्षेत्र में एक अच्छे करियर की चाह में कई सारे विधार्थी आज बायोटेक्नोलॉजी कोर्स (Biotechnology course) करना चाहते हैं। इस कोर्स की तरफ मुख्यतया वे लोग दिलचस्पी दिखाते हैं जो इंजीनियरिंग कोर्स में दाखिला लेना चाहते है।
आइए इस लेख में जानते हैं कि “बायोटेक्नोलॉजी कोर्स क्या है” और “इस कोर्स को करने हेतु आवश्यक योग्यता, फीस और करियर।” की पर्याप्त जानकारी हासिल करते है।
बायो टेक्नोलॉजी क्या है? Bio Technology in Hindi
बायो टेक्नोलॉजी को बायोटेक के नाम से भी जाना जाता है और बायोटेक्नोलॉजी को हिंदी भाषा में जैव प्रौद्योगिकी कहा जाता है। बायो टेक्नोलॉजी एक प्रकार का कोर्स होता है जिसमें टेक्नोलॉजी और जैविकता के मिश्रण से स्वास्थ्य संबंधी ऐसे प्रोडक्ट का विकास किया जाता है जो इंसानों के काम आ सके।
बता दें हंगरी के एग्रीकल्चर इंजीनियर कार्ल एरेक्य के द्वारा वर्ष 1919 में पहली बार बायोटेक्नोलॉजी शब्द का इस्तेमाल किया गया था।
सबसे ज्यादा बायोटेक्नोलॉजी का उपयोग कृषि के क्षेत्र में देखा जाया है क्योंकि खेती के अंतर्गत किसानों को नए-नए खाद पदार्थ की आवश्यकता पड़ती रहती है।
ऐसे में बायो टेक्नोलॉजी के अंतर्गत नई नई चीजों पर रिसर्च और एक्सपेरिमेंट होती है और किसानों के लिए उपयोगी खाद,बीज को लांच किया जाता है, जिसका इस्तेमाल करके किसान अधिक पैदावार प्राप्त करते हैं।
हालांकि सिर्फ खेती ही नहीं बायो टेक्नोलॉजी का योगदान पर्यावरण, बिजनेस, मेडिकल, हेल्थ, पशुपालन जैसी फील्ड में भी है।
हमारे देश में मौजूद अधिकतर कॉलेज एवम यूनिवर्सिटी के द्वारा विद्यार्थियों के लिए बायो टेक्नोलॉजी का कोर्स ऑफर किया जाता है। विद्यार्थी चाहे तो बीएससी से बायो टेक्नोलॉजी का कोर्स कर सकते हैं।
या फिर बी टेक अथवा बैचलर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक से भी बायो टेक्नोलॉजी का कोर्स कर सकते हैं और उसके पश्चात बायो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बताए इंजीनियर अपना कार्य कर सकते है।
बायो टेक्नोलॉजी इंजीनियर का मुख्य कार्य | Work of Bio Technology Engineer
बायो टेक्नोलॉजी इंजीनियर को बायोटेक्नोलॉजिस्ट भी कहा जाता है। जो विद्यार्थी बायो टेक्नोलॉजी इंजीनियर बन जाते हैं वह ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर किए गए स्पेशलाइजेशन और अपने इंटरेस्ट के हिसाब से अलग-अलग क्षेत्र जैसे कि एनिमल हसबेंडरी,एग्रीकल्चर, मेडिसिन, जेनेटिक इंजीनियरिंग, एनवायरनमेंट कन्जर्वेशन, हेल्थकेयर और रिसर्च एंड डेवलपमेंट से संबंधित कामों को करते हैं।
बायो टेक्नोलॉजी कोर्स हेतु योग्यता | Eligibility For Bio Technology Course
बायो टेक्नोलॉजी के कोर्स में एडमिशन प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को कुछ योग्यताओं को पूरा करना होता है तभी वह इस कोर्स में एडमिशन प्राप्त करने के लिए योग्य होते हैं। नीचे बायोटेक्नोलॉजी के लिए कौन सी योग्यता आपके अंदर होनी चाहिए, इसकी जानकारी दी गई है।
- जो विद्यार्थी बायोटेक्नोलॉजी में डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं उन्हें दसवीं बोर्ड की एग्जाम को साइंस संकाय के साथ पास करना आवश्यक है।
- बायोटेक्नोलॉजी में बैचलर डिग्री पाने हेतु विधार्थी का 12वीं क्लास को साइंस संकाय के साथ पास करना आवश्यक है।
- ऐसे विद्यार्थी जो बायोटेक्नोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करना चाहते हैं उन्हें बायोलॉजी में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करनी होगी अथवा बायोलॉजी से संबंधित किसी ब्रांच की डिग्री उनके पास होनी चाहिए।
- बायो टेक्नोलॉजी कोर्स में एडमिशन पाने के लिए विद्यार्थियों को DUET, CUET, JMIEE,IIT-JAM,AIIMS जैसी एंट्रेंस एग्जाम को भी क्लियर करना आवश्यक है।
बायो टेक्नोलॉजी की शाखा | Braches of Bio Technology Course
कुल 4 प्रकार की शाखा बायोटेक्नोलॉजी की होती है जो नीचे बताए अनुसार है।
- ग्रीन बायो टेक्नोलॉजी: खेती के उद्देश्य हेतु |
- वाइट बायो टेक्नोलॉजी: इंडस्ट्रियल एप्लीकेशन हेतु |
- ब्लू बायोटेक्नोलॉजी: मरीन और एक्वेटिक एप्लीकेशन के लिए |
- रेड बायोटेक्नोलॉजी: मेडिकल एप्लीकेशन के लिए |
बायो टेक्नोलॉजी से संबंधित कोर्स | Courses Related to Bio Technology
चूंकि बायो टेक्नोलॉजी एक वृहत क्षेत्र है आइए आज हम आपको यह बताने वाले हैं कि बायोटेक्नोलॉजी से संबंधित कोर्स कौन कौन से होते हैं।
डिप्लोमा कोर्स
दसवीं कक्षा को साइंस के संकाय के साथ पास करने के पश्चात जो विद्यार्थी बायोटेक्नोलॉजी का कोर्स करने के इच्छुक हैं वह बायो टेक्नोलॉजी के डिप्लोमा के कोर्स में एडमिशन पाने का प्रयास कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के लिए विद्यार्थी की कम से कम उम्र 17 साल होनी चाहिए। बायो टेक्नोलॉजी इन डिप्लोमा का यह कोर्स 3 वर्ष की अवधि का होता है।
बैचलर डिग्री कोर्सेज
12वीं क्लास को साइंस के संकाय के साथ जिन विद्यार्थियों ने पास कर लिया है और वह आगे बायो टेक्नोलॉजी का कोर्स करने में इंटरेस्ट रखते हैं, तो वह बायोटेक्नोलॉजी का कोर्स करने के लिए बैचलर डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं। इसके लिए वह चाहे तो बीएससी,बैचलर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक या बी टेक का कोर्स कर सकते हैं।
अगर विद्यार्थी के द्वारा बैचलर ऑफ साइंस के कोर्स में एडमिशन लिया जाता है तो उसे 3 साल तक पढ़ाई करनी पड़ेगी और अगर विद्यार्थी के द्वारा बैचलर ऑफ इलेक्ट्रिकल या फिर बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी के कोर्स में एडमिशन लिया जाता है तो उसे 4 साल तक पढ़ाई करनी पड़ेगी। याद रखें कि 12वीं साइंस संकाय में आपके पास बायोलॉजी का सब्जेक्ट अवश्य होना चाहिए।
पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेज
पोस्ट ग्रेजुएशन को मास्टर डिग्री भी कहा जाता है। अगर आप बायो टेक्नोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बायो टेक्नोलॉजी से संबंधित किसी भी ब्रांच से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करना आवश्यक है। इसके पश्चात आप मास्टर ऑफ साइंस, मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी या बायोटेक्नोलॉजी से संबंधित दूसरे पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। मास्टर डिग्री कंप्लीट करने में कम से कम 2 साल का समय विद्यार्थियों को लगेगा।
पीएचडी कोर्स
किसी विद्यार्थी के द्वारा जब बायोटेक्नोलॉजी में पीएचडी का कोर्स पूरा कर लिया जाता है तो उसके नाम के आगे डॉक्टर लगने लग जाता है। पीएचडी के कोर्स को डॉक्टरल प्रोग्राम भी कहा जाता है। इस कोर्स को करने के लिए आपके पास पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी आवश्यक है। पीएचडी इन बायोटेक्नोलॉजी के कोर्स को आप 3 से 4 साल में कंप्लीट कर सकते हैं।
बायोटेक्नोलॉजी कोर्स के बाद सैलरी | Salary After Biotechnology Course
कोर्स को पूरा करने के पश्चात आप को कितनी सैलरी किसी पद पर मिलेगी यह डिपेंड करता है कि आपने किस डिग्री को हासिल किया है और आपको काम का कितना एक्सपीरियंस है। अगर अंदाज के तौर पर कहा जाए तो आरंभ में आपको ₹25000 से लेकर के 27000 रुपए तक की सैलरी प्राप्त हो सकती है।
अगर आपने बढ़िया कंपनी में ज्वाइन किया है तो आपकी स्टार्टिंग सैलेरी ही ₹35000 से लेकर के ₹40000 के आसपास में हो सकती है। कंपनी के हिसाब से भी सैलरी पर फर्क पड़ता है । अगर आपकी नौकरी गवर्नमेंट सेक्टर में लगती है तो स्टार्टिंग में ही आपकी पगार ₹45000 से लेकर के ₹48000 के आसपास में होगी जो वेतन आयोग लागू होते होते बढ़ेगी ही।
बायो टेक्नोलॉजी कोर्स के बाद नौकरी की संभावनाएं | Job Opportunities After Bio Technology Course
बायो टेक्नोलॉजी का कोर्स पूरा करने के पश्चात आपके सामने नौकरी करने के लिए तमाम प्रकार के ऑप्शन मौजूद होते हैं, जिसमें से किसी भी फील्ड में आप नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। नीचे आपके लिए कुछ ऐसी फिल्ड के नाम हमने दिए हैं जिसमे बायोटेक्नोलॉजी कोर्स पासआउट लोगों की डिमांड होती है।
- रिसर्च लैबोरेट्री |
- मेडिसिन |
- फूड मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री |
- फार्मास्यूटिकल |
- एनवायरमेंटल कंजर्वेशन |
- एनिमल हसबेंडरी |
- आईटी कंपनी |
- सॉइल बायोलॉजी |
- टैक्सटाइल इंडस्ट्री |
- कॉस्मेटिक |
- इकोलॉजी |
- एग्रीकल्चर |
- हेल्थ केयर |
- जेनेटिक इंजीनियरिंग |
- हेल्थ केयर सेंटर |
बायोटेक्नोलॉजी कोर्स के बाद नौकरी के पद
ऊपर आपको हमने बायो टेक्नोलॉजी कोर्स के बाद नौकरी के सेक्टर के बारे में जानकारी दी है। अब हम आपको नीचे उन पदों के नाम बता रहे हैं जिन्हें आप बायोटेक्नोलॉजी कोर्स करने के बाद प्राप्त कर सकते हैं अथवा जिन पदों पर आप नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- बायोमेडिकल इंजीनियर |
- मेडिकल साइंटिस्ट |
- एपिडेमियोलॉजिस्ट |
- बायो केमिस्ट्री |
- माइक्रो बायोलॉजिस्ट |
- बायोलॉजिकल टेक्निशियन |
- मेडिकल एंड क्लीनिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट एंड टेक्नीशियन |
- R &D एंड प्रोसेस डेवलपमेंट साइंटिस्ट |
- बायो प्रोडक्शन ऑपरेटर |
- बायोमैन्युफैक्चरिंग स्पेशलिस्ट |
बायोटेक्नोलॉजी कोर्स हेतु एंट्रेंस एग्जाम | Entrance exam for Biotechnology Course
आप अगर बढ़िया कॉलेज से बायोटेक्नोलॉजी का कोर्स करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम के बारे में पता होना चाहिए, क्योंकि अगर आप एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे अंक लाने में कामयाब हो जाते हैं तो आपको गवर्नमेंट कॉलेज मिलने की संभावना काफी ज्यादा प्रबल हो जाती है
- DUET.
- CUET.
- JMIEE.
- IIT-JAM.
- AIIMS.
बायोटेक्नोलॉजी कोर्स हेतु बेस्ट कॉलेज | Best colleges for Biotechnology Course
आप अपने शहर में मौजूद कॉलेज से भी बायो टेक्नोलॉजी का कोर्स कर सकते हैं परंतु आप इंडिया में मौजूद बेस्ट कॉलेज से बायोटेक्नोलॉजी कोर्स को करना चाहते हैं तो नीचे देखिए इंडिया के उन कॉलेज की लिस्ट जो बायोटेक्नोलॉजी कोर्स करने के लिए बेस्ट कॉलेज माने जाते हैं।
- लोयला कॉलेज, मुंबई |
- माउंट कार्मल कॉलेज, बेंगलुरु |
- नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी, वारंगल |
- बिरला इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी |
- जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली |
- क्रिस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरू |
- सेंट जेवियर कॉलेज, कोलकाता |
- जेएसएस अकैडमी आफ हायर स्टडीज एंड रिसर्च, मैसूर |
- वनस्थली विद्यापीठ, जयपुर |
- फर्ग्युसन कॉलेज, पुणे |
बायो टेक्नोलॉजी कोर्स का स्कोप | Future scope in Bio Technology Course
बायो टेक्नोलॉजी में फार्मास्यूटिकल, फूड मैन्युफैक्चरिंग, एग्रीकल्चर, एजुकेशन, हेल्थ केयर और रिसर्च जैसी कई फील्ड शामिल है। इसलिए आज के समय में इसने इंडिया में काफी महत्वपूर्ण जगह बना ली है। बायो टेक्नोलॉजी के योगदान को किसी भी प्रकार से कम नहीं आंका जा सकता है।
चाहे वह बायो फर्टिलाइजर में हो या फिर बायोपेस्टिसाइड अथवा ग्रीन रिवॉल्यूशन या फिर आईटी में हो। बायो टेक्नोलॉजी की वजह से भारत के युवा लोगों को रोजगार के कई अवसर प्राप्त हो रहे हैं।
बायोटेक्नोलॉजी के अंतर्गत युवा लोगों को रोजगार के कई मौके प्राप्त हो रहे हैं। बायो टेक्नोलॉजी के अंतर्गत युवा वर्ग मेडिकल राइटिंग, कॉलेज और यूनिवर्सिटी, फार्मास्यूटिकल कंपनी, आईटी कंपनी, हेल्थ केयर सेंटर, एग्रीकल्चर सेक्टर, एनिमल हसबेंडरी, जेनेटिक इंजीनियरिंग, रिसर्च लैबोरेट्री, फूड मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में अपना करियर सेटल कर सकते हैं।
बायोटेक्नोलॉजी के तहत सब-स्पेशलाइजेशन कोर्स | Sub specialization courses in Biotechnology
किसी विद्यार्थी के द्वारा जब बायोटेक्नोलॉजी प्रोग्राम किया जाता है तो वह नीचे दिए गए किसी एक स्पेशलाइजेशन कोर्स का भी सिलेक्शन कर सकता है। नीचे दिए हुए स्पेशलाइजेशन कोर्स को अंडर ग्रेजुएट या फिर पोस्ट ग्रैजुएट लेवल पर संपन्न कर सकते हैं।
फार्माकोलॉजी
जो स्टूडेंट फार्माकोलॉजी पढ़ते हैं वह कम इन्वेस्टमेंट पर ड्रग तैयार करने के तरीके और इंसानों और जानवरों के टिश्यू एवं सेल फंक्शन पर तैयार कीए गए ड्रग के इफेक्ट का मूल्यांकन करना सीखते है।
जेनेटिक्स
ऐसे विद्यार्थी जिन्हें सेल बायोलॉजी या फिर जेनेटिक्स बायोलॉजी में रुचि है वह इस कोर्स का सिलेक्शन कर सकते हैं। इस कोर्स में उन्हें अलग-अलग मेडिकल डायग्नोस्टिक, थेरेपी और थेरापियूटिक्स के बारे में पढ़ाया जाएगा।
वीरोलॉजी
बायोलॉजी के चौथे सेमेस्टर मे सामान्य तौर पर इस सब्जेक्ट की स्टडी करवाई जाती है। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को मॉलिक्यूलर वीरोलॉजी के फंडामेंटल और एप्लीकेशन के बारे में समझने में सहायता हासिल होती है।
इम्युनोलॉजी
इस कोर्स में विद्यार्थियों को यह बताया जाता है कि इंसानों का इम्यून सिस्टम कैसे काम करता है ताकि इंसानों के इम्यून सिस्टम को टेक्नोलॉजी की सहायता से कमजोर होने से बचाया जा सके।
बायो-स्टेटिस्टिक्स
इसके जरिए रिसर्चर के द्वारा किए जाने वाले अलग-अलग एक्सपेरिमेंट में गणित और स्टेटिस्टिक्स के कांसेप्ट को अप्लाई किया जा सकता है।
मॉलिक्यूलर बायोलॉजी
इसमें विद्यार्थियों को ह्यूमन और एनिमल हेल्थ, एनवायरमेंट और एग्रीकल्चर की फील्ड में न्यूक्लिक एसिड और प्रोटीन की एप्लीकेशन की बारीकियों को समझते हैं। जिन विद्यार्थियों के द्वारा इस कोर्स को किया जाता है वह अपने ज्ञान का इस्तेमाल ड्रग, थेरेपी और डायग्नोस्टिक टेस्ट तैयार करने के लिए कर सकते हैं।
बायोटेक्नोलॉजी कोर्स की फीस | Bio technology course Fees
प्राइवेट कॉलेज और गवर्नमेंट कॉलेज में बायोटेक्नोलॉजी कोर्स की फीस अलग होती है। एक आंकड़े के अनुसार इस कोर्स की सामान्य तौर पर फीस ₹35000 से लेकर के ₹1,00000 सालाना होती है। हालांकि कुछ कॉलेज में सालाना फीस 100000 से भी अधिक हो सकती है। इस प्रकार से जिस कॉलेज में आप एडमिशन लेंगे उस कॉलेज में इस कोर्स की फीस के बारे में अवश्य पता करें।