देश में बेरोजगार लोगों के लिए ऐसे बहुत से पद होते हैं, जिनमे वो कठिन परिश्रम करके सफलता प्राप्त कर सकते हैं | इन पदों में से एक पद आरटीओ अधिकारी (RTO Officer) जिसे अभ्यर्थी सही जानकारी प्राप्त करके सफल हो सकते हैं और एक आरटीओ अधिकारी बन सकते है | लेकिन इससे पहले आपको आरटीओ पद के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करनी होगी |
आज के इस लेख के माध्यम से जो भी मेधावी छात्र जीवन में अधिकारी बनने की मंशा रखते है, उनके लिए आरटीओ अधिकारी के विषय में पूरी जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी | यदि आपने कभी आरटीओ का नाम नहीं सुना है तो कृपया आप इस आरटीओ से सम्बंधित को पूरा पढ़े और हमे उम्मीद है कि आरटीओ बनने के लिए जो जानकारी महत्वपूर्ण है आपको प्राप्त हो जायेगी |
इस लेख के माध्यम से आरटीओ क्या होता है और यह किस तरह का पद है, इसके लिए कितना वेतन दिया जाता है, अन्य सुविधाए से लेकर सब कुछ इस लेख में आरटीओ की योग्यता क्या है के विषय में बताया जाएगा |
आरटीओ क्या होता है ?
आरटीओ का फुल फॉर्म ‘Regional Transport Office (RTO)’ होता है | हर एक राज्य के हर एक शहर में आरटीओ होता है जो मोटर व्हीकल अधिनियम के अनुरूप कार्य करता है | मोटर व्हीकल अधिनियम में वर्णित सभी कार्यो का निस्तारण आरटीओ अधिकारी का कर्तव्य होता है जिसमे व्हीकल रजिस्ट्रेशन, ड्राइविंग लाइसेंस, डेटाबेस मैनेजमेंट आदि शामिल है | आरटीओ अधिकारी का चयन राज्य सिविल सेवा परीक्षा के आधार पर होता है जिसके बारे में आगे विस्तार से चर्चा करेगे |
क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीओ) एक भारतीय सरकार का संगठन है | एक आरटीओ अधिकारी ही होता है, जो ड्राइवरों के डेटाबेस को बनाए रखने और भारत के विभिन्न राज्यों के लिए वाहनों के डेटाबेस को बनाए रखने का काम करते है | जैसे- सड़क पर नजर आने वाली सही गाड़ियों के लिए पंजीकरण भारत सरकार के एक विभाग द्वारा की जाती है |
फ्री आईएएस पीसीएस कोचिंग – ऑनलाइन आवेदन
आरटीओ अधिकारी (RTO Officer) कैसे बनें ?
यदि आपको आरटीओ ऑफिसर बनना है, तो इस पद पर चयन करने के लिए आपको सबसे पहले एआरटीओं (ARTO) या आईएमवी (IMV) के पद पर चयन प्रक्रिया से गुजरना होता है, फिर इसके कुछ वर्षों के बाद आपको प्रोन्नति द्वारा आरटीओ के पद पर नियुक्ति कर लिया जाएगा | यह पद मुख्य रूप से राज्य सिविल सेवा द्वारा भरा जाता है, जिसमे सहायक पदों पर पहले भर्ती की जाती है और फिर अनुभव और नियमवाली के नियमानुसार उसका प्रभार मुख्य रूप से आरटीओ कर दिया जाता है | सबसे पहले आपको पीसीएस परीक्षा में पास होना होगा तभी आप एक रैंक अनुसार RTO पद के लिए क्वालीफाई कर सकेगे | RTO बनने से पहले निम्न चरणों पर ध्यान दे व आगे की नीति बनाए :-
RTO Officer बनने हेतु योग्यता
आरटीओ ऑफिसर बनने वाले अभ्यर्थियों को किसी भी स्ट्रीम से मान्यता प्राप्त विद्यालय तथा संस्थान से ग्रेजुएट (Graduation) पास होना जरूरी हैं | इस पद के लिए आवेदन करने में महिलाएं व पुरुष दोनो ही शामिल हो सकते है | यह एक सामान्य योग्यता है जोकि राज्य सिविल चयन आयोग पर निर्भर करती है, तो हमेशा ध्यान से ऑफिसियल विज्ञापन में क्या योग्यता मांगी गयी है |
एआरटीओं या आईएमवी पद के लिए चयन प्रक्रिया
एआरटीओं या आईएमवी पद के लिए अभ्यर्थियों को कई चरणों में परीक्षाएं देनी होती है जोकि राज्य सिविल सेवा के आधीन होता है | इसके लिए आपको पहले सिविल सर्विस का ज्ञान होना चाहिए, व फॉर्म भरते हुए आपको पदों की वरीयता क्रम का भी ध्यान रखना होता है | परीक्षा का आयोजन निम्न चरणों द्वारा होता है और अंतिम अभियार्थियो की सूची मेरिट लिस्ट के आधार पर जारी की जाती है |
- लिखित परीक्षा |
- फिजिकल टेस्ट |
- साक्षात्कार |
लिखित परीक्षा
पहले चरण के अंर्तगत अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा देनी होती है, जिसमें अभ्यर्थियों से सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के पूछे जाते है, इन प्रश्नो को हल करने के लिए अभ्यर्थियों को 2 घंटे का समय दिया जाता है, जिसमे 20 प्रश्नों को हल करना होता है |
फिजिकल टेस्ट
लिखित परीक्षा में सफलता प्राप्त कर लेने वाले अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट में शामिल किया जाता है, इसमें क्रैक कर लेने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है |
साक्षात्कार (interview)
लिखित परीक्षा और फिजिकल टेस्ट इन दोनों में सफलता प्राप्त कर लेने वाले अभ्यर्थी को अंतिम चरण में साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है | अभ्यर्थी को यह साक्षात्कार विभाग द्वारा गठित समिति के समक्ष देना होता है, जिसमे व्यक्ति की मानसिक जाँच का अनुमान लगाया जाता है | इसके बाद इसमें सफलता प्राप्त कर लेने वाले अभ्यर्थी को इस पद के लिए नियुक्त कर लिया जाता है |
पीसीएस परीक्षा की तैयारी कैसे करे ?
आयु सीमा (Age limit)
आरटीओ अधिकारी बनने वाले अभ्यर्थी की उम्र लगभग 21 से 30 वर्ष (आरक्षण के नियमानुसार) तक होनी आवश्यक है | इस पद के लिए इतनी ही आयु वाले अभ्यर्थी आवेदन कर सकते है | स्पष्टीकरण हेतु राज्य सिविल सेवा परीक्षा की नवीनतम आयु सीमा देखे और आरक्षण अनुसार भी योग्यता चेक करे |
आरटीओ के कार्य
एक आरटीओ ऑफिसर निम्न विषयों पर अपने अधिकार अनुसार कार्य करने हेतु बाध्य है : –
- नवीन वाहनों का रजिस्ट्रेशन |
- मोटर व्हीकल टैक्स की वसूली करना |
- सभी प्रकार के यातायात लाइसेंस जारी करना व Renew करना |
- सभी आवेदकों की ड्राइविंग परीक्षा लेना (जिन्होंने लाइसेंस के लिए आवेदन किया है)
- राज्य के शहर के सभी वाहनों के रजिस्ट्रेशन का ब्यौरा रखना |
- वाहन के इन्सुरांस की जांच करना |
- वाहन के एक्सीडेंट में टूटफूट की जांच करना |
- वाहनों के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करना |
- अंतर्राष्ट्रीय लाइसेंस जारी करना |
आरटीओ अधिकारी (RTO Officer) की सैलरी
एक आरटीओ अधिकारी को प्रतिमाह रु.15600 से 55000 रूपए सैलरी प्रदान की जाती है , इसका ग्रेड पे 4200/- है | प्रत्येक वेतन राज्य के अनुसार अलग-अलग भी प्रदान किये जा सकते है | इसके अलावा राज्य सरकार स्तर पर सुविधा के तौर पर वाहन, रहने की सुविधा, मेडिकल, इन्सुरांस सुविधा भी दी जाती है | सभी प्रकार के अलाउंस राज्य व शहर पर निर्भर करते है |
यहाँ पर हमने आपको आरटीओ अधिकारी बनने के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई है | यदि आपको इससे सम्बंधित अन्य जानकारी प्राप्त करनी है तो आप अपने विचार या सुझाव कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूंछ सकते है | इसके साथ ही आप अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो www.hindiraj.com पर विजिट करे |