भारत को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनानें के लिए भारत सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं को लांच किया गया है | जैसा कि हम सभी जानते है, कि लॉकडाउन के दौरान बंदी की वजह से भारत की आर्थिक स्थिति काफी प्रभावित हुई है | इस स्थिति को सुधारनें के लिए भारत सरकार आत्मनिर्भर भारत पर विशेष ध्यान दे रही है और इसके लिए सरकार पहले ही मेक इन इंडिया लांच कर चुकी हैं |
इसी क्रम में भारत सरकार नें देश को उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढानें के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना का शुभारम्भ किया है | इस योजना के अंतर्गत घरेलू विनिर्माण उत्पादन को प्रोत्साहित किया जायेगा | उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना क्या है? इसके बारें में आपको यहाँ पूरी जानकरी विस्तार से दे रहे है |
आम बजट (Union Budget of India) क्या है ?
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना की जानकारी (एक दृष्टि में)
योजना का नाम | उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (PLI) |
किसके द्वारा लांच की गयी | भारत सरकार |
योजना की घोषणा तिथि | 11 नवंबर 2020 |
योजना का उद्देश्य | घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना |
लाभार्थी | भारत के नागरिक |
योजना का बजट | 2 लाख करोड़ |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द लॉन्च की जाएगी |
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना क्या है (What Is PLI Scheme)
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (Production Linked Incentive -PLI) की शुरुआत 11 नवंबर 2020 को भारत सरकार द्वारा की गयी है | इस योजना का मुख्य उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के साथ ही देश की आत्मनिर्भर बनाना है | पीएलआई स्कीम के अंतर्गत आगामी 5 वर्षों में देश के 10 प्रमुख सेक्टर्स में 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किये जानें की योजना बनायी गयी है | इन सेक्टर्स में फार्मास्यूटिकल दवाओं, ऑटो कम्पोनेंट, व्हाइट गुड्स और बैटरी मैन्युफैक्चरिंग आदि शामिल हैं।
पीएलआई योजना के माध्यम से देश में रोजगार के नये अवसर मिलनें के साथ ही आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा मिलेगा, इसके साथ ही घरेलू मैन्युफैक्चरिंग में वृद्धि होगी | देश में उत्पादन क्षमता में बढ़ोत्तरी होनें से हम भारत में निर्मित वस्तुओ को खरीदेंगे, जिससे आयात कम होगा और निर्यात में वृद्धि होगी | देश को आर्थिक स्थिति को बेहतर बनानें की दिशा में यह यह एक बहुत ही अच्छा विकल्प हैं |
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य (Objective Of PLI Scheme)
केन्द्र सरकार द्वारा पीएलआई योजना शुरू करनें का मुख्य उद्देश्य घरेलू विनिर्माण (Domestic Manufacturing) को बढ़ावा देने के साथ ही देश की आत्म निर्भरता को बढ़ाना है। इस योजना के अंतर्गत देश के विभिन्न उत्पादक क्षेत्रो को सरकार द्वारा धनराशि उपलब्ध करायी जाएगी, ताकि व्यवसायी अपनी प्रोडक्शन क्षमता को और बेहतर बना सके |
सबसे खास बात यह है, कि इस योजना के माध्यम से रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे साथ ही विदेशी कंपनियां देश में उत्पाद करने के लिए प्रोत्साहित होंगी। इस स्कीम द्वारा देश में निर्यात बढ़ेगा और आयात में कमी होगी, जिसका सीधा प्रभाव देश की इकोनॉमी पर पड़ेगा |
पीएलआई स्कीम में शामिल सेक्टर और उनका बजट (Sector & Their Budget Included in PLI Scheme)
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा देश की विनिर्माण क्षमताओं और निर्यात को बढ़ाने के लिए योजना के अंतर्गत 10 सेक्टर शामिल किए गए हैं, इन सेक्टर्स के नाम और बजट इस प्रकार है-
क्र०स० | सेक्टर का नाम | बजट |
1. | एडवांस केमिस्ट्री सेल बैटरी | 18,100 करोड़ |
2. | इलेक्ट्रॉनिक एंड टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट | 5000 करोड़ |
3. 4. | ऑटोमोबाइल और ऑटो कॉम्पोनेंट्स | 57,042 करोड़ |
5. | फार्मास्यूटिकल ड्रग्स | 15000 करोड़ |
6. | टेलीकॉम एंड नेटवर्किंग प्रोडक्ट | 12,195 करोड़ |
7. | टेक्सटाइल उत्पाद | 10,683 करोड़ |
9. | फूड प्रोडक्ट्स | 10,900 करोड़ |
10. | सोलर पीवी माड्यूल | 4500 करोड़ |
सर्विस टैक्स या सेवा कर क्या होता है
पीएलआई योजना के लाभ और विशेषताएं (Benefits & Features of PLI Scheme)
- इस स्कीम के माध्यम से भारत को एशिया का वैकल्पिक वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनानें में मदद मिलेगी।
- इस योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ोत्तरी मिलेगी |
- पीएलआई स्कीम के माध्यम से घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा दिया जाएगा, इसके लिए आगामी 5 वर्षों में 2 लाख करोड़ों रुपए खर्च करनें की योजना बनायीं गयी है |
- इस योजना के अंतर्गत आने वाले सेक्टरों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए धन राशि प्रदान की जाएगी।
- पीएलआई योजना के माध्यम से आयात में कमी और निर्यात में वृद्धि होगी, जिससे देश की अर्थव्यस्था बेहतर होगी।
- इस योजना के माध्यम से रोजगार के नये अवसर उत्पन्न होंगे, जिससे देश में बेरोजगारी दर में कमी होगी |
पीएलआई योजना का क्रियान्वयन (PLI Scheme Implementation)
केंद्र सरकार नें इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए 50,000 करोड़ रुपये और फार्मास्युटिकल सामग्री (API) के लिए 10,000 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना पहले ही शुरू कर चुकी है। दरअसल पीएलआई स्कीम देश को एक आकर्षक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की योजना का हिस्सा है। इस योजना के माध्यम से चीन पर भारत की निर्भरता कम करना चाहता है |
इसके लिए 25 फीसदी के कॉर्पोरेट टैक्स रेट में कटौती की जाएगी। साथ ही पीएलआई बेनेफिट्स और चरणबद्ध विनिर्माण योजना (पीएमपी) से सहयोग लिया जाएगा। पीएलआई योजना का मुख्य उद्देश्य भारत में उत्पादन क्षमता विकसित करने के लिए विश्व की बड़ी-बड़ी पूंजी-समृद्ध कंपनियों को प्रोत्साहित करना और उन्हें उन्हें उत्पादन के क्षेत्र में व्यवसाय शुरू करनें के लिए आमंत्रित करना है |
पीएलआई योजना हेतु रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया (PLI Scheme Registration Process)
यदि आप पीएलआई योजना के अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन करना चाहते है, तो इसके लिए अभी आपको कुछ समय इन्तजार करना होगा, क्योंकि अभी तक इसके लिए कोई ऑफिशियल वेबसाइट लांच नहीं की गयी हैं। केंद्र सरकार उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया जैसे ही शुरू की जाएगी, हम आपको अपनें आर्टिकल के माध्यम से तुरंत सूचित करेंगे |
यहाँ आपको उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है | यदि आप इस जानकारी से संतुष्ट है, या फिर इससे समबन्धित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट करे और अपना सुझाव दे सकते है, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही निवारण किया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे |